मेरी सहेली-२ सेक्स कहानियाँ
#1
रीता के पति राहुल अभी तक घर नहीं आए थे। रीता ने अपना सामान रसोई में रखा और खाना बनाने की तैयारी करने लगी। उसे रह रह कर साहिल से चुदाई की याद आ रही थी। लगभग ७ बजे राहुल आया। काम भी पूरा हो चुका था.

राहुल ने आते ही पूछा - "कामिनी चली गयी क्या..."

"कामिनी की बड़ी चिंता है... कुछ गड़बड़ है क्या ?"

"नही है तो नही... पर तुम गड़बड़ करा दो न..."

"तुम्ही डरते हो.... वो तो बेचारी तुम पर मरती है..."

"फिर उसे आने दो...... इस बार तो पटा ही लूँगा उसे.."

"कामिनी तुमसे मिलकर गयी थी क्या ?"

"नही...ये बात नही है...उसका फ़ोन आया था..."

"हाँ वो दिन को चली गयी थी...."

"अब तो साहिल अकेला ही होगा.."

"हाँ अकेला ही है......"

"फिर तो आज हम दोनों की जमेगी... " राहुल ने अपनी व्हिस्की की बोतल उठा ली और कार में रख ली. दोनों साहिल के घर आ गए.

राहुल और रीता घर में घुसते ही चौंक गए. कामिनी वहां पहले से खड़ी थी.

"अरे तुम तो घर गयी थी ना...?" राहुल ने पूछा।

"हाँ पर भइया आ गए थे.... वो ही मुझे अभी छोड़ कर गए हैं...."

"तुम रात का खाना हमारे यहाँ खाना.... बना लिया है..."

साहिल भी बाथरूम से आ गया था.

करीब रात के ८.३० बज रहे थे. कामिनी बड़े प्यार से राहुल को निहार रही थी. रीता ने उसे हमेशा की तरह फिर पकड़ लिया. रीता ने उसे कहा - "बड़ा प्यार आ रहा है...जीजू पर.."

"चुप रह... वो तो हैं प्यारे से..." कामिनी हंस कर बोली

"क्यों मेरे जीजू प्यारे नहीं हैं क्या..."

"तो तू भी लाइन मार ले ना...."

"नहीं रे...... अब लाइन नहीं....कुछ और ही...."

"चुप...चुप... कुछ भी बोलने लगती है.." राहुल और साहिल दोनों ही बैटन का मजे ले रहे थे. राहुल ने मजाक किया -

"साहिल... कामिनी चाहे तो मुझ पर लाइन मार सकती है...."

"और मैं...रीता पर...." साहिल ने रीता को आँख मारते हुए कहा.

"अच्छा चलो... तुम रीता पर लाइन मरो और मैं कामिनी पर...आप क्या कहती हैं... कामिनी जी..... " राहुल ने अंधेरे में तीर छोड़ा.

"तुम लोग बहुत प्यारे मजाक करते हो...... तो चलो लाइन मरो...." कामिनी हंस पड़ी.

"आज एक्सचेंज करते हैं..... मंजूर है ?..साहिल. अब अपनी दोस्त भी तो पक्की हो जाए." राहुल ने कहा

"हाय रे... यानि रीता साहिल के पास और मैं राहुल के पास..." कामिनी ने आह भरते हुए कहा.
व"तो मंजूर है... क्यो रीता..... तुम कहो..." साहिल बोला.

राहुल को पता था कि अभी थोडी देर पहले ही साहिल के साथ रीता की चुदाई हुयी थी. साहिल ने राहुल को फ़ोन पर ही बता दिया था कि रीता तो ख़ुद चुदवाने आ गयी थी. रीता ने जानबूझ कर शरमाने का नाटक किया.

"हाँ राहुल.... मजा आ जाएगा.. क्यों कामिनी....."

"तुम्हे साहिल चोदेगा और मैं कामिनी को...... तो साहिल हो जायें चालू..." राहुल ने बिना शरमाये समझा दिया.

राहुल ने कामिनी की तरफ़ देखा. कामिनी अपना चेहरा शर्म से छुपा लिया. राहुल बाहें फैला कर खड़ा हो गया. कामिनी धीरे धीरे राहुल के निकट आयी और उसकी बाँहों में सिमट गयी. रीता तो पहले ही तैयार थी, उसने मौका देखा. वो जाकर साहिल से चिपक गयी. कामिनी ने अपना चेहरा निकट लाते हुए कहा "राहुल ये अचानक कैसे हो गया.... मुझे जल्दी से प्यार कर लो...कहीं साहिल या रीता ने इनकार कर दिया तो.."

"नहीं कामिनी.... सब कुछ पहले से हमने सोच रखा था...रीता तो आज चुद चुकी है साहिल से.. बस आज के दिन ऐसा होगा ये नहीं पता था ....."

"क्या....... हाय...... मुझे पता होता तो मैं...पहले ही..."

राहुल ने देखा साहिल रीता की चुंचियां दबा रहा था. रीता ने साहिल का लंड पकड़ रखा था. कामिनी भी देख कर शरमा गयी.

"राहुल हाय ये देखो तो....."

"उन्हें अब चुदाई करने दो.."
कामिनी ने अपने होंट राहुल की तरफ़ बढ़ा दिए. राहुल ने उसके होंट अपने होटों से मिला दिए...और एक दूसरे को चूमने लगे. दोनों के शरीर में उत्तेजना भरने लगी. कामिनी को राहुल का मोटा लंड अपनी चूत के आस पास रगड़ता हुआ महसूस होने लगा. दोनों के बदन गरम होने लगे. राहुल का लंड अब खड़ा होने लगा था. उनके हाथ एक दूसरे के शरीर को टटोलने लगे. राहुल ने कामिनी की चूचियां अपने हाथों में भर ली. और धीरे धीरे सहलाने लगा. कामिनी ने उसके चूतडों को अपनी और खींच लिया. अब राहुल का लंड उसकी छूट में गड़ने लगा. राहुल की नजर रीता पर गयी. उनकी चुदाई में तेजी थी. वो पहले से खुले हुए थे. रीता की छूट में साहिल का लंड घुस चुका था. रीता उस से लिपटी जा रही थी. कामिनी उन्हें देख कर आह भरने लगी.


राहुल ने कामिनी का तंग पजामा नीचे सरका दिया. कामिनी ने इशारा पा लिया. उसने तुंरत ही अपना पजामा और टॉप उतार फेंका. राहुल ने भी अपने कपड़े उतार दिए. कामिनी ने साहिल और रीता को देखा तो राहुल से लिपट गयी. उन दोनों की चुदाई देख कर कामिनी तड़प उठी. अब दोनों ही नंगे खड़े थे. कामिनी ने राहुल को अपनी और खींचा और राहुल का लंड पकड़ लिया. राहुल ने कामिनी का नंगा बदन दबाना चालू कर दिया. दोनों मदहोशी में डूबने लगे.

वो अब बिस्तर पर आ गए और और एक दूसरे में समाने की कोशिश करने लगे. अब रीता और साहिल की सिस्कारियां बढती जा रही थी, जो राहुल और कामिनी के शरीर में आग भरने का काम कर रही थी. कामिनी ने अपनी टाँगें ऊपर उठा ली. राहुल उन के बीच में समां गया. अपने लंड को उसने कामिनी की चूत पर टिका दिया. चूत पानी छोड़ रही थी...चिकनी हो गयी थी..... लंड फिसल कर अन्दर घुसता चला गया...... कामिनी के मुंह से सिसकारी निकल पड़ी. कामिनी की आँखें आनंद के मारे बंद होने लगी. उसका लंड गहराईयों में उतरने लगा.

अचानक राहुल को लगा की उसकी गांड में लंड का स्पर्श हो रहा है. उसे पता चल गया कि रीता और साहिल चुदाई पूरी कर चुके हैं. अब साहिल ने अपना लंड फिर से तैयार कर लिया है. अब वो राहुल के पीछे खड़ा हो गया था. राहुल ने उस पर ध्यान नहीं दिया. उसे पता था कि साहिल अब उसकी गांड मारेगा.. साहिल राहुल के चूतड पकड़ कर उसे चौडा कर अपना लंड घुसाने की कोशिश करने लगा. राहुल को अब पीछे भी मजा मिल रहा था. साहिल ने राहुल की गांड में थूक लगाया और जोर लगा कर लंड गांड में घुसा दिया. इस से राहुल के लंड में और अधिक उत्तेजना भरने लगी. उसने कामिनी की चूत में धक्के तेज कर दिए. इस से साहिल को गांड मारने में थोडी मुश्किल आने लगी थी. रीता कामिनी की चुंचियां मसलने लगी. राहुल और कामिनी दोनों ही मदहोश हुए जा रही थी. दोनों को डबल मजा मिल रहा था.

"हाय राजा... जोर से.... चोद डाल.... हा...." अब कामिनी भी दिल की भड़ास मुंह से निकलने लगी. उसके चूतड नीचे से इंजन की तरह चल रहे थे.. राहुल भी बेकाबू होता जा रहा था..."कामिनी...... हाय...... मजा आ गया.... ये ले...येस...ये... और...ले.."

"मेरी रीता..... मसल डाल मेरी चुंचियां..... जोर से....अ आ अह ह्ह्ह ह्ह्ह हह...."

उधर साहिल राहुल की गांड चोद रहा था. राहुल को भी गांड मराने में मजा आता था.

कामिनी को लग रहा था कि अब वो झड़ने वाली है...... उसकी कमर तेज़ी से चलने लगी. रीता ने भी महसूस किया कि अब कामिनी ज्यादा देर तक नहीं टिकने वाली है. रीता ने उसके चूचुक खींचने और घुमाने चालू कर दिए। कामिनी का मुंह खुलने लगा...आहें बढ़ने लगी। अचानक ही उसने रीता का हाथ हटा दिया और राहुल को खींच कर अपनी बाहों में भींच लिया," मैं गई मेरे राज़ा...... गई आआह...... " उसने अपने होंठ भींच लिए.

उधर साहिल ने अपना लण्ड राहुल की गाण्ड से निकाल लिया और रीता के हाथ में दे दिया. रीता ने उसके लंड को पकड़ कर मुठ मारना चालू कर दिया. साहिल ने रीता के पास लाकर अपना लंड उसके मुंह में डाल दिया...और झड़ने लगा. और रस रीता के मुंह में भरने लगा. रीता रस को स्वाद ले कर पीने लगी.

उधर राहुल का लंड खड़ा ही था..... पर रीता को पता था उसे कैसे ठंडा करना है...... उसने तुंरत ही राहुल की गांड में अपनी उंगली डाल दी.... और उसके लंड कामिनी की चूत में से बाहर निकाल कर, गीले लंड की मुठ मारने लगी. गांड में अंगुली तेजी से घुमाने लगी...... तभी उसके लंड से रस उछल पड़ा. रीता दूध निकलने की तरह उसके लंड से रस निकलने लगी. राहुल अब घुटनों के सहारे बैठ गया था और गहरी साँसें भर रहा था. उधर साहिल भी जाकर लेट गया. लगा कि वो दोनों थक गए थे.

कामिनी ने रीता को देखा और दोनों हंस पड़ी. दोनों गले से लिपट गयी और एक दूसरे को प्यार करने लगी.

"हाय मेरा जीजू तेरे जीजू से ज्यादा बढ़िया चोदता है " कामिनी बोली.

"नही रे... मेरा जीजू ज्यादा अच्छी चुदाई करता है.." रीता ने भी तारीफ की.

"आज तो हम दोनों की दोस्ती.... और पक्की हो गयी...." कामिनी ने कहा.

"पहले हम दो दोस्त थी..अब चार हो गए हैं..... अब जी भर कर चुदाई कर सकते हैं ना...."

कामिनी ने राहुल को प्यार किया..... और रीता ने साहिल को चूम लिया.

अब सभी तैयार हो कर डिनर के लिए रवाना हो गए.
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