अब्बु और भाई 1 सेक्स कहानियां
#1
Tongue 
hallo ww1.in readers कैसे है आप सब इस बार रमज़ान कि वझा से मैन नेत पर रेगुलर नहि आ पा रहि खैर अब वकत मिला है तो आप सबकि खिदमत मे एक नयि कहानि अरज़ है और आप सबके बहुत सारे मैल मिले सुकरिया मेरि कहानिया पसनद करने का हान तो आज मैन आप सबको बता रहि हून कि अम्मि कहिन बहर गयि हुइ थि और जैसा कि आप सबको पता हि है मेरे अब्बु और भै मुझे कै बार चोद चुके है और 2।।।।।4 बार तो साथ मे भि चोदा है उन 2नो ने खैर करीब 15 दिन हो गया था और मैने उन दोनो से चुदाया नहि था कयूनकि मैन अपने ब/फ़ से चुदवकर बहुत थक जाति थि साला हरामि पता नहि कया खा कर चोदता था सारे कस।।।बल धीले कर देता था पर वो किसि काम के सिलसिलय मे बहर गया हुअ था और मेरि आदत लगभग रोज़ हि चुदाने कि हो गयि थि जब तक बुर मे लनद ना दलवा लून चैन हि नहि आता था पर इधर करीब 15 दिन से मैने नहि चुदवाया था और उस दिन रात को मैन अपने रूम मे एक ब/फ़ देख रहि थि जिसमे एक 15 साल कि लदकि को 4 ।।।।।।4 साले मुसतनदे चोद रहे थे और वो भि साले काले।।।काले हबसि जिनके मोते।।।।मोते लनद देख कर मेरि आनखेन भि फ़त गयि और उस लदकि के तो खने हि कया सालि इस तराह अपनि गानद और बुए 4रो से मरवा रहि थि जैसे पता नहि कबसे चुदवाति आ रहि हो खैर जब मूविए देखने के बाद मुझपे भि मसति चदि तब मैन अपने अब्बु के रूम कि तरफ़ गयि और धीरे से अनदर चलि गयि अब्बु सो रहे थे मैने धीरे से उनकि लुनगि हता दि और उनका मुरझाया हिउअ लनद हाथ मे लेकर शलाने लगि अब्बु थोदा सा कुनमुनाय और करवत लेकर सीधे हो गये अब मैने अपनि निघती उतारि और पूरि तरह से ननगि हो गयि और अपने जलते हुए होथ लेकर उनके लनद को इतनि जोर से काता कि वो आआआआआह्हह्हह्हह्हह कर के उथ बैथे और मुझे देखते हि बोले मेरि रानि बेति को आज मेरि याद कैसे आ गयि और मेरे बाल पकद कर फ़िर से मेरे मुह मे अपने लनद को धकेल दिया जिसे मैन मज़े से चूस रहि थि तब अब्बु ने कहा आज मेरा खयाल कैसे आ गया? तब मैने कहा अब्बु मैन आज अपने रूम मे ब/फ़ देख रहि थि उसमे एक बहुत हि कम उमर कि लदकि 4।।।4 लोगोन से एक साथ चुदवा रहि थि तब अब्बु ने कहा साले फ़िरनगि(अमेरिसन) होगि वहन के लोग ऐसे हि होते है तब मैने कहा अब्बु मैन भि ऐसे हि चुदवाउनगि तब अब्बु ने कहा नहि मेरि बछि उस तराह तो यहान कि अछि अछि चुद्दकद औरतेय नहि चुदा पाति तो तु तो अभि बहुत कमसिन है मगर मैन ज़िद्द पे उतर आयि और खने लगि नहि अब्बु आपको मुझे 4 लोगोन से एक साथ चुदवाना हि होगा तब अब्बु ने कहा अछा अभि 4 लोग कहान से लाउन अभि तो सिरफ़ मैन हि हून और जयादा चुदासि हो तो जा बगल के रूम मे तेरा भै साला हाथ कि लगा रहा होगा उसको बुला ला और मैन ननगि हि भै के रूम कि तरफ़ गयि तो देखा कि भै हकिकत मे पूरि तराह से ननगा होकर अपने लनद को शला रहा था मैन दरवाज़े कि आद से चुपकर देखने लगि और अब भै जलदि।।।।जलदि हाथ चला रहा था और उसके मुह से ऊऊऊह ऊऊऊऊह्हह्हह्हह्हह्ह आआआआआअह्हह्हह्हह्ह आआआआआआह्हह्हह्हह्ह कि अवाज़ निकल रहि थि तभि मैन दौद कर भै के पास पहुचि और जलदि से उसके लनद को अपनि चूचयोन पर पतकने लगि उसका लनद लमबा होकर बस अपना रस उदेलने हि वाला था जैसे हि मैने उसके लनद को हाथ मे लेकर अपनि चूचि पे रगदा तो उसके लनद से धेर सारा माल निलकल पदा और मैन उसके गादे रस को जलदि ।।।।जलदि अपनि चूचि पे रगदते हुए बोलि अब्बु थीक हि ख रहे थे तुम तो सहि मे हाथ कि लगा रहे हो अरे मेरे पयारे चोदु भै जब तेरे पास इतनि खूबसुरत चूत है चोदने के लिये तो किसलिये हाथ कि मार रहे हो? तब भै मेरि चूचि को जोर से दबाते हुए बोला अर्रे मेरि चुद्दकद बहन हाथ कि मारने मे भि बहुत मज़ा आता है तब मैने कहा अछा अब चलो अब्बु अपने रूम मे बुला रहे हैन और मैन उसके झदे हुए लनद को हाथ से पकद कर खीचते हुए अब्बु के रूम मे ले आयि तब अब्बु ने कहा कया हुअ बेति बहुत देर लगा दि तब मैने कहा अब्बु आपने सहि कहा था भै हाथ कि लगा रहे थे वो तो मैन सहि वकत पर पहुच गयि वरना तो इनहोने अपना कीमति माल बरबाद कर हि दिया होता तब अब्बु हसते हुए बोले बेति तजुरबा भि कुच होता है मैने तो फले हि कहा था ये साला हाथ कि मार रहा होगा अछा अब जलदि से बेद पर आओ और मज़ा करो और फ़िर जैसे हि मैन बेद पर चदि अब्बु मुझसे बोले कि अपने 2नो पैर उनके कनधेय पर रखुन और एक दूसरे से लपेत लून मैने ऐसा हि किया अब मेरि चूत अब्बु के बिलकुल मुह के पास थि और मैने अपने 2नो पैर अब्बु कि गरदन के पीचे लपेते हुए थे अब अब्बु धीरे धीरे खदे होने लगे जिस्से मुझे दर लगने लगा मैने कहा अब्बु कया कर रहे है मैन गिर जाउनगि तब अब्बु ने कहा नहि गिरोगि आज नया सतयले देखो चूत चुसाने का इस तरह तुमने ब/फ़ मे भि नहि देखा होगा और अबू खदे हो गये अब वो बिलकुल सीधेय खदे थे और मेरि चूत को चूस रहे थे मुझे इस तराह दर भि बहुत लग रहा था पर मज़ा भि बहुत आ रहा था तब हि अब्बु ने कहा बेति अब तुम अपना सर नीचे कि तरफ़ झुकाओ पर मैने मना कर दिया इस पर वो एक चपत लगाते हुए बोलि सालि जैसा खता हून कर वरना आज दोनो जने एक साथ तेरि गानद मे लनद दाल कर फ़ाद देनगे तब मैन अपने सर को धीरे धीरे नीचे कि तरफ़ ले आयि और अब मेरा मुह उनके मुरझाय हुए लनद के पास था जिसे वो आगेय बदाने लगे मैन उनका मतलब समझ गयि थि और मैने उनका लनद हाथ से पकद कर गप्प से मुह मे दाल लिया और चूसने लगि वाआआआआआआआआआह्हह्हह्हह्हह्ह बिलकुल ना तरीका बुर और लनद कि चुसायि का इस तराह से अब मेरा दर जाता रहा और थोदि देर बाद हि मैन जोर।।।।।।।।।जोर से अपना मुह अब्बु के लनद पे चलाने लगि इस वकत एक ज़रूरि सल्ल आयि है तो मुझे जाना पद रहा है पर अपनि सतोरी ज़रूर पूरि करुनगि
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