मामा ने धूनधा तिल सेक्स कहानियां
#1
हि! मैन हून आशी फिर से। अपको कैसा लगरहा है।मुझे तो मजा आ रजा है।अपको आ रहा है।।।जरूर आ रझा होगा।आप को शयद यकिन नहि होगा कि घर मैन आज कोइ नहि।इसलिय येह वलि कहनि मैन बिलकुल ननगि हो कर लिखहोमनगि।और भिच भिच मैन अपनि चुत और चुत्तद मैन पेनसिल को दलकर सेक्स करूनगि। किया करून शदि नहि हुइ इसलिय।अभि तो पेनसिल से हि कम चलमना पदेगा। चलो अगे बदते है। तप परेसिदेनत के यहन से अने के बाद मैन अते हि सो गयि किया करून बहुत थक जो गयि थि।।इतनि बार चुदि थि कि।मेरि चुत और चुत्तद दोनो मैन बहुत दरद हो रहा था। फिर मैन अगले दिन उत्तहि और नशता करने के लिये गयि।अबकि बर मैने एक चोति से नेक्कर पेहन रखि थि।।।और उसके उप्पेर तिघत तोप।।

मैन उनसले को अपनि चुत्तद देखति हुइ बैथ गयि।मैन साअफ़ देख रहि थि कि उनसले का लनद खदा हो चुका है। हुम लोग उस दिन सोफ़े पर नशता कर रहे थे ।फिर रज ने कहा "कि वोह आज देलहि से बहर जा रहा है कल आयेगा।"औत फिर वोह चला गया।।उनसले वहिन पर बैतयहे हुए थे। और चोरि चोरि कभि मेरि तरफ़ तो कभि मेरि मूमो कि तरफ़ देख रहे थे।।।जो कि त शिरत मैन उभेर रहे थे।मैने मन हि मन सोचा कि चलो ना कयोन थोदे से मजे हि ले लिये जये।उस वकत उनसले ने एक सिमपले पयजमा हि पेहन रखा था।।मैने चुपके से अपनि नेकार कि ज़िप खोल लि।।।और धिरे धिरे अपनि तनगे उप्पेर कि और तबले पर इस तरझ से रख लि कि मेरि चुत हलकि से धिकनि लगे और मैन चेरे पर अखबार ला कर पधने कि असतिनग करने लगि।मैनचुपके ए देखने लगि उनसले मेरि चुत कि तरफ़ देख कर अपना लनद मसल रहे थे।फिर थोदि हि देर मैन उनका पयजमा गिला सा हो गया ।और लनद निचे बैथ गया मैन समजह गयि कि उनहूने सुम चोद दिया था।। मैन उनसले से पूचा "उनसले किया हुअ ।अपके पयजमा एक दम से उप्पेर था फिर गिला हुअ और फिएर निचे ऐथ गया" उनसले हसने लगे और बोले"अरे येह नतुरल है।।फिर एक दम से हि अपने लनद को बहर निकला जो गिला था।और कहा ये बेव्वाकुफ़ किया करे बद बर तुमहे देख कर कहा होता है।और पनि चोद कर बैथ जता अहि।तो मैने कहा अब किया होगा तो उनहोने कहा ।कुच नहि ।।।इसका इलज़ है।लेकिन अभि नहि रात को ।

"फिर वोह उथे और मेरि चुत्तद को दबा कर ओफ़्फ़िसे जने के लिये चले गये मैन समझ गयि किकि उनसले अज मेरि चुदै करने के मूद मैन है।मैन कहा"यार तो फिर कियोन अ अभि से तैयारि कर लि जये।"। फिर मैन बजर गयि और वहन से एक निघनत सुइत ले कर आ गयि।विथ बिकनि & बरा। तिनो हि त्रनसपरेत थे। निघत सिथ मेरि घूतनि तक था।और बरा को मैने सचि से कात कर इतना सा कर लिया कि वोह मेरे मूमोन को हलका सा हि धक अपये और बिकनि को मैने चूतद कि तरफ़ से कात कर एक धगा सा बना दिया को बस मेरा चेद चुप जये।लेकिन मैन चुत कि तरफ़ से खुच नहि किया। फिर रात को कने पर मैन जब पहुचि तो उनसले मुझे देखते हि रहे गये।।।मैन पूचा "कैसे लग रहि हून " तो उनसले ने कहा"बहुत हि ननगे लग रहि हून इतने कम कपदे अगर पेहन हि नहि रखे होते तो और भि अस्सहि लगति , अशि तुम इतने कम कपदे कियोन पेहनति होन तो अमिन कहा पता नहि उनसले जब मरद मेरि चुत और चुत्तद को मेरे मूमोन के घूरते है तो मुझे बहुत मजा आता अहि।" फिर हुम लोग खना कर ने लगे।।। फिर उनसले बोले "अशि तुमहे याद है कि जब तुम चोति थि तब तुम कैसे मेरि गोद मैन बैथ कर कहना खति थि आज भि वैसे हि कहि ना" मैन कहा अभि लो ऐउर फिर मैन उनके गोद मैन जा बैथ गै इस त्रह से कि मेरि चुत्तद का चेद उनके लनद के थिक उप्पेर आ जये मैन फ़ील कर सकथि कि मेरेव बैथे हि कैस औसका सिज़े बधने लगा ।।। फिर थोदि एर बाद उनसले ने जनभोज कर मेरे उप्पेर दल गिरा दि।।उर कहा "अरे सोर्री ।लओ मैन साफ़ कर दोन" फिर मेरे मूमोम के उप्पेर से मरे मूमोन को दबा दबा कर साफ़ करने लगे ।।।।

फिर मैने कहा अरे यह तो अभि बहि गनदि है इसे उत्तर देति हून फिर मावँ अपना निघत सुइत उतार दिया और मेर गोरा बदा सफ़ दिखने लगा।।।। तभि उनसले कहदे हुए और बोले "अशि एअह दे कनधे पर एक तिल है मुझे ओपका याद है ।अरे हान एक तिल तो शयद तुमहरि मूमोन पर भि तो था।तभि तो देखि कितने बदे है।।।।जयोथशि कहते है जिस लदकि के मूमे ओपर तिल हओता है।।उसक्के मूमे रओ पिने चैये , दबने चैये चूसने सहिये।।मैने कहा सोर्री उनसले उनसले मेरे मूमोन पर तो कोइ तिल नहि है।।।।उनहूने कहा ऐसा होइ हिन नहि सकता ,फिर मेरे पास अये और मेरि बरा फद कर फ़ैनक दि और मेरे मूमन को दबा कर देखने लगे और चुपके से पेन से एक तिल का निशन लगा दिया।बोले मैने खा था ।।। फिर यह बोल कर वोह मेरे मूमोन को चूसने लगे उनहे दबने लगे।।।।।फिर कहदे हुए और बोले।।।वैसे झन्न तक मुजे यद एक तिल तुमहरि चुत पर भि है।मैन कहा नहि है ।उनहोने कहा देखओ। फिए उनहूने मुझे तबले पर लिता दिया और मेरि तनगने निचे कर दि जिस से मेरि चुत उपेर उथ गयि।।फिर मैरि पनती भि फद कर फ़ैनक दि।।।।और मेरि गोरि गोरि चुत को देखेनलगे और बोले अशि मलूम है जिसके चूत मैन तिल होता है।उसे हर रोज़ इसे सुसवना सहैये और इसके अनदर लनद दलवना चैये ।फिर पेअहले कि तरह मेरि चुत पर चुपके से तिल बना दिया।।। और बोले मैने कहा था कि है।।।मैने कहा पजिब बात है मैने तो लभि नहि देखा।।।।

फिर वोह मेरि चूत को चूसने लगे ।।। फिर थोदि देर बाद।।।हुम फिर से कहन कहने के लिये आ गये मैन बिलकुल ननगि थि मैने फिर से उनसले कि ओद मैन जा कर बैथ गयि।।।।फिर मैने पूचा उसले यह किया है।जो मुझे बहितब दर चुब रहा अहि। उनसले ने ननगे हो कर कहा और किया वहि लनद है मैने कहा था तुमहरि चुत देख कर हि कहदा हो जता है। मैने कहा पलज़ कुच करो इसका।।मैन इसे से बहुत परेशन हो रहि हून फिर उनसले सहिर पर बैथ गये।।।उर बोले आचा 2 मिनुते ।।एक काम करोम तुम यहन पर आओ।मैन चलि गयि ।फिर उनसले ने मेरि चुत्तद को दोने हाथोन से खोला और मेरे चेद को सोदा करके अपने लनद पर रख दिया।।।।और कहा जहतके से बैथ जयो ।मैन बैथ गयि और देखते हि देखे उनका 8' लमबा लनद मेरि चुआतद मैन घुस गया और मैन चिला उत्तहि।।।बोला बहुत दरद हो रहा है तो उनसले ने कहा कुत्तिया चुप हो जा।।।अभि 2 मिनुते बाद बहुत बहुत मजा आयेगा।। फिर उनहूने बैथ बैथे हि धके लगने शुरु किये ।।मैं भि अपनि चुत्तद उचले लगि और फिर उनहूने पना सुम मेरि चुत्तद मैन चोद दिया।

फिर कहदे हुए और मुझे गोद मैन उत्तहा कर कमरे मैन ले गये और कहा "चल अशि मेरे पूरे बदा पर तेल से मल्लिश करोन"।मैन कहा कयोन बोले इस त्रह से तो मेरी लनद का इलज होगा।मैन कर दि फिर अपनि चुत्ताद दिखा कर बोले "यहन पर भि" मैं करने लगि फिर एक दूसरा तेल निकला और बोले "इस तेल को मेरे लनद पर मल दो । हम।। ऐसा करोन अनि चुत्तद को मी मून के पस लकर अरम से लेत कर मलिश करो ,लेकिन पलज़ गस मत चोद देना" मैने हनस कर कहा "ओक"। फिर मैज बैथ कर उसि तरह से मलिश करने लगि और लनद को बदा होते होते हुए देखने लगि।

तभि उनसले मेरि चुत्तद को दबने लगे मैने पूचा "अप्प येह किअ कर रहे हो" तो उनसले मने कह हतलियोन कि मलिश फिर वोह बोले अरे भै हथ से हि मलतो रहि गि किया अब इसे मून मैन ले कर चूसो,,,मैन उसे चूसने लगि ।और मेरि चुत मैन उनगले दल ने लगे मैन फिर पूचा तो बले "उनगले के मलिश कर रजहा हून" फिर खदे हुए और मुझे ले कर पलनग पर पतक दिया।।।और मेरि चुत मैन लनद दिया और मेरे मूमोन को मरे पूरेबदन कभि दनते तो कभि चूसते फिर वोह धके लगने लगे मैन भि चुत्तद उचल ने लगि और फिर कुच हि देर मिन हुम दोनो शतन हो गये ,फिर उनसले मने अपना लनद मेरे मुनह मैन दिया और अमि उसे चूसने लगि और सरा का सरा सुम पि गयि ।।।और फिर हुम दोनो वहिन एक दूसरे के उप्पेर सो गये। सो कैसे लगि अचि ना ओक चलो चलते है
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