मा और ताउजी की खेत में चुदाई सेक्स कहानियां
#1
Tongue 
मैने इस साईत के लगभग सरे कहनि को पधत हो। मुझे सरि कहनि बेहद हि अछे लगे। उनको पधने के बाद मैं अपके लिये एक ऐसि कहनि लया हु जिसेमैने अपने अखो के सामने होते हुये देखा था।इस्से पहले कि मैं अपने कहनि को सुरु करु सबसे पहले मैं उन दोनो लोगो का परिचय अपसे करा दु। इस कहनि मे दो लोग कोयि और नहि एक मेरि मा और दुसरा एक अदमि जिसकि उमर साथ साल कि है। ये कहनि वैसे तो कुछ पुरनि है लेकिन मेरे समने जब भि वो दिन याद अता है तो मुझे ऐसा लगता है कि ये कल कि हि बात है। मेरा नाम रज है हमरे परिवर मे मैं , मा और पपा है मेरा पपा सेलस मन है वो कै दिनो तक बर रहते हैइ…।

और वसै भि हमेर सरे समबनधि गवे मे रहतेहै हम सलमे दो या तीन बर जते है वहा हमेर तौजि रहते है उनकि पतनि कि मौत के बद वो अकेले हि रहति है हम नवरत्रि मे गवे गनेवला थे पपा भि अने वले थे लकिन उनको कुच कम आ गया तब उनहोने हुम दोनो को गने के लेया कहा मा ने कहा थिक है तब मे ने देखा कि मा कुश थिस और पकिनग करने लगि हम लोग सुभा कि त्रैन से गवे फोच गये वहा तौजि हमे लेने कलिया आये हुअ था मा उनको देखा केर कुश हुइ और तौजि भि कुश हुअ…।।उनहोने पुच परिमल नहि आया मा ने कहा कि उनको कुच कम है वो दो तीन दिन बद आयेगे और तौजि मा को देखत रहि और माभि उनको देखते रहि मुजे कुच दलमे कला देख …हुमलोग बलगदिमे बेथे और तौजि ने मुज कहा कि तुम चलो मेने कहा थिक है मा और तौजि पिचे बेथ गये थोदि दुर चलेत चलेत मेने मा कि अवज़ सुनि पिचे देखा तो तुजिका पैर मा कि सयमे थत और मा ने मुजसे कहा समेने देख कर चलो हमे लोग घर पुचे तब मा बथरूम मे चलि गै और थोदि देर बद बहर ऐइ……।।

तौजि ने कहा चलो तुमको खेत मे ले जता हो मा मुसुकुरते हुअ बोलि हा चलिये मे भि सथ था हुम लोग खेत मे पुचे तो देखा कि बहुत लमबि गरसे हुइ थी मे ने देखा कि तौजि मा कि गनद पेर हथ फिरते हुअ देखा तुब मा ने कहा लदका इधेर है वो देख लेगा उनको पता नहि था कि मेने देख लिया था तुब तौजि ने मुजसे कहा कि बेता तुम दूर जा केर खेलो मुजे तुमहरि मा से बतेन करनि है तो मेने मा के समने देखा तो मा तौजिके समने देख केर मुसकुरा रहि थि और मुजे कहा कि तुम यहसे जऊओ……।।मे वहसे चलने लगा और मा = तौजि भि गरस के अनदेर जने लगे मुजे दल मे कला नज़र आयया मे भि उनके पिची पिची गया तो देखा कि तौजि मा कि दोनो एक पेअद(त्री) पस्स गये और मा पेअद से लग केर कदि हो गै अब तौजि अपना हथ मा कि सया मे दल ने लगे और मा भि अपनि सया उथा केर उनका सथ देने लगि लकिन मुजे उनकि कोइ भि बते सुनै नहि दे रहि थि इस लिये मे नज़दिक गया ओर सुन्ने लगा तुब वो दोनो पपा कि बते कर रहै थे मा कति थि कि कितने दिनबद मुजे नस्सह्हा लोदा मिल रहहि वरना परिमल का लोदा तो बेकर है ।…………।

अब मा के बूर को दोनो हाथ से फैलया। मा थोदा सा बिरोध कर रहि थि लेकिन उनके बिरोध मे उनकि हमि सफ दिख रहा था इसके बाद तौजि मा के बूर पर लुनद सता कर हलका सा कमर को धका लगया। मा के मुह से अह्हह्हह्हह्हह्हह्हह्हह्हह्हह्हह कि अवाज निकल गै। मैं समझ गया कि मा के बूर मे तौजि का लुनद चला गया है। तौजि ने कमरको झतका देना सुरु किया। तौजि जब जब जोर से झतका लगते थे माअ के मुह से आआआआआआआआआआअह्हह्हह््हह्हह्ह के आवाज सुनै पदति थि। कुच देर के बाद जब तौजि ने मा के चुचिओ को मिसना सुरु कि तो उनका जोस और बध गया। एक तरफ़ तौजि बूर मे जोर से झतके लगने लगे तो दुसरे तरफ़ मा के चुचिको को मिसने लगे।
अब मा के बूर मे लुनद जब आधे से जयदा चला गया तो मा आआआआआआ्हह्हह नहि आआआआआआह्हह्ह कि आवज आने लगि।तौजि ने मा के होतो को चुसना सुरु कर दिया। लभग आधे घनते चोदने के बद तौजि का बिज मा के चुद मे गिरा। मा भि बहुत हि खुस थि।कुच देर के बाद तौजि ने लुनद निकल लिया। मा पाच मिनुत तक लेति रहि। तब उथ कर जाना चहति थि। तौजि ने उनको रोक लिया। उनहोने मा से कहा कि कहा जा रहि हो। तुब मा ने कहा आज के लिये इतना बस है तुब तौजि ने कहा कि अभि तो और चुदै बकि है रुकजओ तुम तुब तौजि ने मा के पिचे जा केर मा के गाद पर लुनद रखा और कमर को पकद कर एक जोरदर झतका मारा। मा के मुह से आआआआआआआआआअह्हह्हह्हह्हह्हह्हह्हह्हह्हह्हह्हह्ह कि अवाज निकलते हि मैं समझ गया कि मा के गनद मे लुनद चला गया। अब तौजि अपने कमर को हिलना सुरु किया और कुच हि देर मे पुरा लुनद को मा के गनद मे घुसा दिया। तौजि मा के गनद को लगभद दस मिनुत तक मारने के बाद जब धिरे धिरे सानत पद गये तो मैं समझ गया कि मा के गाद मे बिज गिर गया है। तौजि ने लुनद को निकल लियाब मा के पैर को थोदा सा फैला दिया कयोकि मा दोनो पैरो को पुरा सता रखा था। तौजिने मा के बूर को देखा।मा से पुछा कि पेसाब नहि करोगि मा ने गरदन हिला कर कहा, नहि। अब तौजि ने जैसे हि लुनद को मा के बूर के उपेर सताया मा ने अपने दोनो हानथो से अपने बूर को फैला दिया। तौजि ने लुनद के अगले भग को मा के बूर मे दाल दिया और मा कि चुचिओ को पकद कर एक जोरदार झतके के साथ अपने लुनद को अनदर घुसा दिया। मा के मुह से आआआआआ्हह्हह्हह्हफ़्फ़फ़्फ़फ़ईईरीईईई धीईईईइईईईईई आआआआआ्हह्हह्स।इस्सस्सस्सस्सस््हह्हह कर रहि थि।बाउजि पर उनके इस बात का कोइ असर नहि हो रहा था। वो हर चार पाच छोते झतके के बाद एक जोर के झतके दे रहे थे। उनका लुनद जब आधे से जयदा अनदर चला गया तो मा ने तौजि से कहा अब और अनदेर नहि दलिये गा वरना मेरि बूर फत जयेगि।

तौजि ने कहा कि अभि तो आधा बाहर हि है। मा ने यह समझ लिया के आज उनकि गोरि चुद फतने वालि है। मा के हर कोसिस को नकम करते हुए तौजि मा के चुद मे अपने लुनद को अनदेर ले जा रहे थे। मा ने जब देखा कि अब बरदसत से बाहर हो रहा है तो उनहोने तौजि से कहा कि मैं आपसे बहुत छोति हु।
आआआआआआआआआह्हह्हह्हह््लल्लल्लीईईईईज़्ज़ज़्ज़ज़्ज़ज़्ज़ज़्ज़। आआआह्हह्हह्हह। नहीईईईईईईई।उईआआआअह्हह्हह्हह्हह्हह््हह्हह्हह्हह्हह। तौजि ने लगतर कै जोरदर झतके मार कर पुरे लुनद को मा के बूर मे घुसा दिया तथा मा के चुचिओ को मिसा अब मा को भि मजा अने लगा था। सयद मा को इसि का इनतजर था। तौजि ने अपने झत को मा के झत मे पुरि तरह से सता दिया और इस तरह से उनहोने पुरे पैतैस मिनुत तक मा कि चुदै केया। इसके बाद मा और तौजि सानत पद गये तब मैं समझ गया कि मा के बूर मे तौजि का बिज गिर गया है। वो दोनो पुरि तरह से थक चुके थे। अब बाउजि ने लुनद को निकल दिया और मा के बगल मे लेत गये। फ़िर दोनो ने कपदे पहने और वहसे चल ने लगे तुब मेधि वहसे हत गया तकि उनको पता ना चले कि मे ने सबकुच देका है हम तिईनो गरा वपस अये ।
और तजि मा को देख केर मुसकुरने लगे कि तुमहरे बता को कुच नहि पता चल्ल लकिन मे भि उनको असा हि देकहया कि मुजे कुच नहि पत।

मेरि दुसेरि सतोरि अने वलि हा कि तौजि ने मा को हमरे यनिके सहेर वले घर मे चोदा तो इनतज़र करो।दोसतो
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