09-09-2016, 03:54 PM
हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम संजय है और में 22 साल का हूँ और इलाहाबाद में रहता हूँ, मेरे साथ मेरे घर में मेरे पापा और मम्मी रहते है। मेरे पापा की उम्र 47 साल है और मम्मी की उम्र 45 साल है। अब में आपको माँ के बारे में थोड़ा विस्तार में बता दूँ। उनका नाम रेणु है, हाईट 6 फुट, बदन गदराया और भरा हुआ, चूची 42 साईज़ की और पेंटी 120 सेमी की पहनती है, रंग सांवला है इसलिए वो सेक्सी औरत नज़र आती है। जबसे मैंने होश सम्भाला है तब से में उसे चुदवाते हुए ही देखता आया हूँ, उसे चुदवाने का बड़ा शौक था।
जब वो और भी जवान थी और में बच्चा था, उस टाईम उसने 5-6 मर्दो को पटा रखा था। जब भी पापा शहर से बाहर जाते थे, तो वो उन मर्दो को बारी-बारी से घर बुलाकर अपनी चूत और गांड की खुजली शांत करवाती थी। यह सिलसिला सुबह 11 बजे से शुरू होता था और रात भर चलता था। कई बार तो वो पूरी रात 2 मर्दो के साथ बिताया करती थी। खैर उस टाईम पर में बच्चा था इसलिए कुछ समझ नहीं पाता था, लेकिन जैसे-जैसे में बड़ा होता गया तो मर्दो का आना कम होता गया और फिर धीरे धीरे पूरा ही आना बंद हो गया, शायद डर से वो सुधर गयी। खैर बड़ा होने के बाद मुझे वो पुरानी बातें तो याद थी, लेकिन में उसके बारे में सोचता नहीं था, मेरे और माँ के बीच नॉर्मल माँ-बेटे का रिश्ता था, लेकिन साल भर पहले सब कुछ बदल गया।
एक रात की बात है, पापा, माँ और में खाना खाकर सोने के लिए अपने-अपने रूम में आ गये, रूम में आने के 30 मिनट के बाद मेरा मोबाईल बजा तो मैंने कॉल रिसीव किया तो वो पापा के ऑफिस के स्टाफ का फोन था। उन्होंने कहा कि उन्हें मेरे पापा से ज़रूरी बातें करनी है, लेकिन पापा कॉल रिसीव नहीं कर रहे है, उन्होंने कहा कि में पापा से जाकर बोल दूँ कि वो उनसे बात कर ले। फिर में यह बात बताने पापा-माँ के रूम की तरफ गया, रूम में लाईट जल रही थी, मैंने नॉक किया, कई आवाज़ लगाई, लेकिन कोई रेस्पॉन्स नहीं मिला। फिर मुझे बड़ा अजीब लगा कि जब यह लोग जाग रहे है तो रेस्पॉन्स क्यों नहीं दे रहे है? उस रूम में एक खिड़की थी, जो खुली हुई थी, लेकिन अंदर से पर्दे लगे हुए थे। फिर मैंने बिना कुछ सोचे समझे हाथ बढ़ा कर पर्दे को थोड़ा साईड में किया, अब अंदर का जो नज़ारा था, वो में देखता रह गया। सबसे पहले तो मुझे दुनिया की सबसे बड़ी गांड नज़र आई। असल में उस टाईम वो दोनों बिल्कुल नंगे थे। वो अपने पति की टाँगो के बीच घुटनो के बल बैठकर लंड चूस रही थी। इस वजह से उसकी गांड खिड़की की तरफ थी।
में इंटरनेट पर बहुत सारी लड़कियों की गांड देख चुका था, लेकिन इतनी बड़ी और फैली हुई गांड पहली बार देख रहा था। फिर लंड चूसते-चूसते उसने अपनी चिकनी और चौड़ी जाँघ को फैला दिया, इससे मुझे उसकी हसीन और रसीली चूत भी दिखने लगी। उसकी चूत काली, बड़ी और फुली हुई थी, उसके चारों तरफ बहुत सारे बाल थे। काफ़ी देर तक लंड चूसने के बाद वो घोड़ी बन गयी और फिर मेरे बाप ने उसकी गांड में लंड पेल दिया और उसकी गांड मारने लगा। खैर में भी अपने रूम में आ गया, लेकिन मेरी आँखो के सामने, वो ही सीन आ रहा था, जब सुबह मेरी नींद खुली तो मुझे वो सपना याद आया जो मैंने रात में देखा था। मैंने यही सपना देखा था कि में अपनी माँ की गांड मार रहा हूँ और वो भी बड़े प्यार से मुझसे गांड मरवा रही है। फिर कुछ देर के बाद वो चाय लेकर मेरे रूम में आई, तो उसे देखते ही मुझे उसका नंगा बदन याद आने लगा, वो उस वक़्त नाइटी पहने थी और शायद रात की चुदाई के बाद उसने ब्रा नहीं पहनी थी, इसलिए उसकी पहाड़ जैसी चूची का कुछ भाग नाइटी से बाहर दिख रहा था।
फिर उसने चाय टेबल पर रखी और अपनी बड़ी-बड़ी गांड हिलाते हुए वापस चली गयी। यह सब देखकर मेरा लंड खड़ा हो गया, फिर में तुरंत बाथरूम में गया और पहली बार अपनी माँ के नाम पर मुठ मारी। मुझे पहले कभी मुठ मारने में इतना मज़ा नहीं आया था जितना उस दिन आया। पहली बार मेरे लंड से इतना ज़्यादा माल निकला था, फिर क्या था? मेरी माँ मुझे सेक्सी माल नज़र आने लगी और में हर रोज़ उसके नाम की मुठ मारने लगा। इससे ज़्यादा मैंने कभी नहीं सोचा था। में जानता था कि भले वो बहुत सारे लंड खा चुकी है, लेकिन वो अपने बेटे का लंड कभी नहीं लेगी, इसलिए मैंने कभी कोशिश भी नहीं की, लेकिन मेरी सोच ग़लत थी। में यह नहीं जानता था कि आज भी वो इतनी गर्म औरत है कि मिलने पर तो वो अपने बेटे का लंड भी ले सकती है। फिर 5-6 महीने तक मुठ मारने के बाद, आख़िर में वो दिन आ ही गया जब मेरी गर्म माँ मुझसे चुद गयी। दोस्तों ये कहानी आप चोदन डॉट कॉम पर पड़ रहे है।
एक बार की बात है। मेरे घर में कुछ मेहमान आए हुए थे और रात को मेरा रूम उन लोगों को दे दिया गया था इसलिए माँ और मुझे एक ही रूम में सोना था। फिर रात में खाने के बाद में रूम में आया और मेरे आने के कुछ देर बाद, वो भी सोने के लिए आ गई। फिर सोने से पहले वो नाइटी लेकर बाथरूम में गयी और फिर नाइटी पहनकर बाहर आई और मेरे बगल में सो गयी, लेकिन मुझे नींद नहीं आ रही थी। पिछले 5-6 महीने से जिस औरत के बारे में सोचकर में हर रोज़ मुठ मारता था, वो मेरे बगल में सोई थी। फिर करीब 1 घंटे तक में चुपचाप बेड पर पड़ा रहा, फिर मेरी नज़र माँ की तरफ गयी। रूम में नाईट बल्ब जल रहा था और वो गहरी नींद मे सो रही थी और सांस के साथ उसकी पहाड़ जैसी चूचीयाँ ऊपर नीचे हो रही थी।
अब यह सीन देखकर मुझसे कंट्रोल नहीं हुआ और मैंने धीरे से उसकी चूची के ऊपर अपना हाथ रख दिया और हल्के हाथ से दबाने लगा, उसकी चूची गजब की बड़ी थी। फिर कुछ देर तक इसी तरह से दबाता रहा, फिर अचानक से माँ हिली तो में डर गया और हाथ हटाकर सोने का नाटक करने लगा। फिर वो दूसरी तरफ करवट लेकर सो गयी, अब उसकी गांड मेरी तरफ थी में कुछ देर तक चुपचाप पड़ा रहा। फिर मुझे लगा कि वो गहरी नींद में सो रही है, तो फिर में धीरे-धीरे उसकी नाइटी को ऊपर करने लगा और कमर तक ले आया, वो पेंटी नहीं पहने थी इसलिए उसकी बड़ी सी गांड मेरे सामने आ गई। फिर मैंने अपने शॉर्ट्स को नीचे किया और अपना लंड बाहर निकाला जो कि पूरी तरह से खड़ा था। फिर में लंड को उसकी बड़ी सी गांड के बीच में लगाकर रगड़ने लगा। फिर कुछ देर तक ऐसा करने के बाद वो हुआ जो मैंने सोचा भी नहीं था, वो बोली-शशश, आह्ह्ह्ह, सिर्फ़ रगड़ता रहेगा या डालेगा भी। में यह सुनकर हैरान हो गया, इससे पहले कि में कुछ करता या बोलता, वो सीधी हुई और मुझे अपनी बाहों में खींचकर मेरे होठों को चूसने लगी। करीब 2 मिनट तक होंठ चूसने के बाद वो मुझसे अलग हुई और बोली की लाईट जला दे, फिर मैंने ऐसा ही किया जब में लाईट जलाकर वापस आया, तो वो हँसते हुए बोली।
माँ – तू तो बड़ा बदमाश हो गया है।
में – बदमाश नहीं हुआ, लेकिन जवान हो गया हूँ।
माँ – जवान होने पर क्या कोई लड़का अपनी माँ की गांड पर लंड रगड़ता है?
में – नहीं।
माँ – फिर तूने ऐसा क्यों किया?
में – क्योंकि, दूसरे लड़को में और मुझमें फ़र्क है।
माँ – क्या फ़र्क है?
में – सबके पास तुम्हारी जैसी सेक्सी माँ नहीं होती है।
माँ – हट बदमाश, अपनी माँ को सेक्सी बोलता है।
में – तुम बहुत सेक्सी हो माँ, इसलिए अपने आप पर काबू नहीं रख सका, फिर माँ मुझे बाहों में लेती हुई बोली।
माँ – में तुझे बहुत सेक्सी लगती हूँ।
में – हाँ।
माँ – तुझे मुझमें क्या अच्छा लगता है?
में – तुम तो ऊपर से ले कर नीचे तक अच्छी हो, लेकिन मुझे तुम्हारी बड़ी सी चूची और तुम्हारी बड़ी गांड बहुत ज़्यादा पसंद है।
माँ – मेरा दूध पियेगा।
में – हाँ, इतना कहकर माँ ने अपनी नाइटी को उतार दिया। अब वो पूरी तरह से नंगी थी।
माँ – आ जा मेरा राजा बेटा, दूध पी ले, अब में उसकी एक चूची को मुँह में लेकर चूसने लगा और एक को दबाने लगा, उसके मुँह से मादक सिसकियाँ निकलने लगी थी। फिर काफ़ी देर तक में उसकी चूची को चूसता रहा और दबाता रहा, फिर वो बोली।
माँ – सिर्फ़ मेरा ही चूसता रहेगा या मुझे भी कुछ चूसने के लिए देगा, में समझ गया कि, वो मेरा लंड चूसना चाहती है। फिर में बेड पर लेट गया और वो मेरी टाँगो के बीच में आ गई और बड़े प्यार से पहले मेरा लंड सहलाने लगी, फिर मुँह में लेकर मेरा लंड चूसने लगी में तो जन्नत में सैर कर रहा था। फिर कुछ देर के बाद मुझे लगा कि में झड़ने वाला हूँ तो मैंने बोला कि..
में – माँ में झड़ने वाला हूँ।
माँ – मेरे मुँह में ही झड़ जा मुझे इसका स्वाद बहुत पसंद है।
फिर में उसके मुँह में ही झड़ गया और वो मेरा सारा पानी पी गयी। फिर वो उठकर बाथरूम गयी और अपना चेहरा धोकर आई और मुझे बाहों में लेकर बोली।
माँ – कैसा लग रहा है?
में – बहुत अच्छा माँ।
माँ – लेकिन, मेरा तो कुछ हुआ ही नहीं, मुझे भी तो थोड़ी शांति दे, बड़ी गर्मी छा हुई है।
फिर में उसे बाहों में लेकर उसके रसीले होंठ चूसने लगा और उसकी चूची दबाने लगा। फिर धीरे-धीरे नीचे की तरफ़ बढ़ने लगा, फिर उसके पूरे बदन को चूमते चाटते हुए में उसकी चूत तक पहुँचा। फिर पहले उसकी चूत में उंगली डालकर चोदने लगा, फिर उसके बाद उसकी चूत को जीभ से चूसने लगा, फिर काफ़ी देर तक ऐसा करने के बाद वो बोली।
माँ – अब रहा नहीं जाता, चोद डाल मुझे।
में – माँ में तेरी गांड का दिवाना हूँ, में सबसे पहले तेरी गांड मारना चाहता हूँ।
माँ – मार लेना में हर रोज़ तुझसे गांड मरवाऊंगी, लेकिन अभी तू मेरी चूत चोद, इसमें गजब की खुजली मची है।
फिर मैंने माँ की बात मानते हुए उसकी चूत पर अपना लंड लगाया और एक ज़ोर का धक्का मारा। मेरी रांड माँ इतने लंड ले चुकी थी कि एक बार में ही मेरा पूरा लंड उसकी चूत में चला गया।
माँ – आह्ह्ह्ह मेरे राजा, चोद डाल मुझे, ज़ोर से चोद, मेरी बहुत प्यासी चूत है, आह्ह्ह्ह मेरे मादरचोद बेटे, चोद दे अपनी माँ की चूत को, उसकी बातें सुनकर मुझे जोश आ गया और मैंने अपनी रफ़्तार बड़ा दी और उसे तेज़ी से चोदने लगा।
माँ – बहुत मज़ा आ रहा है, गजब का लंड है तेरा, मुझे पता होता कि तेरा लंड इतना मजबूत है तो में अब तक बहुत बार तुझसे चुदवा लेती, ज़ोर से चोद मादरचोद, फाड़ दे अपनी रंडी माँ की चूत को।
वो इसी तरह जोश में आकर बोले जा रही थी और में उसे चोदे जा रहा था, फिर 15 मिनट के बाद, वो बोली।
माँ – अबे मादरचोद तू इंसान है या सांड, इतनी देर से चोदे जा रहा है में 3 बार झड़ चुकी हूँ, लेकिन तू एक बार भी नहीं झड़ा, साले रंडी की औलाद जल्दी से झाड़ दे मेरी चूत में, बहुत दर्द हो रहा है।
में – साली कुत्तिया तू माल ही ऐसी है कि तुझे पूरी रात कोई भी चोद सकता है और जब चूत में इतनी खुजली है तो धंधा क्यों नहीं कर लेती? अच्छे पैसे कमा लेगी साली।
माँ – मुझे धंधे पर बैठा देगा, तो खुद क्या करेगा? मुठ मार कर गुजारा करेगा क्या?
में – सबसे पहले तो में तुझे चोदूंगा, फिर कोई और इतनी देर में मुझे लगा कि में अब झड़ने वाला हूँ, तो में माँ से बोला कि झड़ने वाला हूँ, बोल मेरी कुत्तिया, रंडी, चुदक्कड माँ, में कहाँ डालूं?
माँ – झड़ जा मादरचोद मेरी चूत में, कोई प्रोब्लम नहीं है, तेरे पैदा होने के बाद ही मैंने अपनी चूत का ऑपरेशन करवा लिया था। फिर कुछ देर में में झड़ गया। फिर कुछ देर तक हम दोनों ऐसे ही पड़े रहे, फिर रात में मैंने अपनी माँ की गांड भी मारी ।।
धन्यवाद …
जब वो और भी जवान थी और में बच्चा था, उस टाईम उसने 5-6 मर्दो को पटा रखा था। जब भी पापा शहर से बाहर जाते थे, तो वो उन मर्दो को बारी-बारी से घर बुलाकर अपनी चूत और गांड की खुजली शांत करवाती थी। यह सिलसिला सुबह 11 बजे से शुरू होता था और रात भर चलता था। कई बार तो वो पूरी रात 2 मर्दो के साथ बिताया करती थी। खैर उस टाईम पर में बच्चा था इसलिए कुछ समझ नहीं पाता था, लेकिन जैसे-जैसे में बड़ा होता गया तो मर्दो का आना कम होता गया और फिर धीरे धीरे पूरा ही आना बंद हो गया, शायद डर से वो सुधर गयी। खैर बड़ा होने के बाद मुझे वो पुरानी बातें तो याद थी, लेकिन में उसके बारे में सोचता नहीं था, मेरे और माँ के बीच नॉर्मल माँ-बेटे का रिश्ता था, लेकिन साल भर पहले सब कुछ बदल गया।
एक रात की बात है, पापा, माँ और में खाना खाकर सोने के लिए अपने-अपने रूम में आ गये, रूम में आने के 30 मिनट के बाद मेरा मोबाईल बजा तो मैंने कॉल रिसीव किया तो वो पापा के ऑफिस के स्टाफ का फोन था। उन्होंने कहा कि उन्हें मेरे पापा से ज़रूरी बातें करनी है, लेकिन पापा कॉल रिसीव नहीं कर रहे है, उन्होंने कहा कि में पापा से जाकर बोल दूँ कि वो उनसे बात कर ले। फिर में यह बात बताने पापा-माँ के रूम की तरफ गया, रूम में लाईट जल रही थी, मैंने नॉक किया, कई आवाज़ लगाई, लेकिन कोई रेस्पॉन्स नहीं मिला। फिर मुझे बड़ा अजीब लगा कि जब यह लोग जाग रहे है तो रेस्पॉन्स क्यों नहीं दे रहे है? उस रूम में एक खिड़की थी, जो खुली हुई थी, लेकिन अंदर से पर्दे लगे हुए थे। फिर मैंने बिना कुछ सोचे समझे हाथ बढ़ा कर पर्दे को थोड़ा साईड में किया, अब अंदर का जो नज़ारा था, वो में देखता रह गया। सबसे पहले तो मुझे दुनिया की सबसे बड़ी गांड नज़र आई। असल में उस टाईम वो दोनों बिल्कुल नंगे थे। वो अपने पति की टाँगो के बीच घुटनो के बल बैठकर लंड चूस रही थी। इस वजह से उसकी गांड खिड़की की तरफ थी।
में इंटरनेट पर बहुत सारी लड़कियों की गांड देख चुका था, लेकिन इतनी बड़ी और फैली हुई गांड पहली बार देख रहा था। फिर लंड चूसते-चूसते उसने अपनी चिकनी और चौड़ी जाँघ को फैला दिया, इससे मुझे उसकी हसीन और रसीली चूत भी दिखने लगी। उसकी चूत काली, बड़ी और फुली हुई थी, उसके चारों तरफ बहुत सारे बाल थे। काफ़ी देर तक लंड चूसने के बाद वो घोड़ी बन गयी और फिर मेरे बाप ने उसकी गांड में लंड पेल दिया और उसकी गांड मारने लगा। खैर में भी अपने रूम में आ गया, लेकिन मेरी आँखो के सामने, वो ही सीन आ रहा था, जब सुबह मेरी नींद खुली तो मुझे वो सपना याद आया जो मैंने रात में देखा था। मैंने यही सपना देखा था कि में अपनी माँ की गांड मार रहा हूँ और वो भी बड़े प्यार से मुझसे गांड मरवा रही है। फिर कुछ देर के बाद वो चाय लेकर मेरे रूम में आई, तो उसे देखते ही मुझे उसका नंगा बदन याद आने लगा, वो उस वक़्त नाइटी पहने थी और शायद रात की चुदाई के बाद उसने ब्रा नहीं पहनी थी, इसलिए उसकी पहाड़ जैसी चूची का कुछ भाग नाइटी से बाहर दिख रहा था।
फिर उसने चाय टेबल पर रखी और अपनी बड़ी-बड़ी गांड हिलाते हुए वापस चली गयी। यह सब देखकर मेरा लंड खड़ा हो गया, फिर में तुरंत बाथरूम में गया और पहली बार अपनी माँ के नाम पर मुठ मारी। मुझे पहले कभी मुठ मारने में इतना मज़ा नहीं आया था जितना उस दिन आया। पहली बार मेरे लंड से इतना ज़्यादा माल निकला था, फिर क्या था? मेरी माँ मुझे सेक्सी माल नज़र आने लगी और में हर रोज़ उसके नाम की मुठ मारने लगा। इससे ज़्यादा मैंने कभी नहीं सोचा था। में जानता था कि भले वो बहुत सारे लंड खा चुकी है, लेकिन वो अपने बेटे का लंड कभी नहीं लेगी, इसलिए मैंने कभी कोशिश भी नहीं की, लेकिन मेरी सोच ग़लत थी। में यह नहीं जानता था कि आज भी वो इतनी गर्म औरत है कि मिलने पर तो वो अपने बेटे का लंड भी ले सकती है। फिर 5-6 महीने तक मुठ मारने के बाद, आख़िर में वो दिन आ ही गया जब मेरी गर्म माँ मुझसे चुद गयी। दोस्तों ये कहानी आप चोदन डॉट कॉम पर पड़ रहे है।
एक बार की बात है। मेरे घर में कुछ मेहमान आए हुए थे और रात को मेरा रूम उन लोगों को दे दिया गया था इसलिए माँ और मुझे एक ही रूम में सोना था। फिर रात में खाने के बाद में रूम में आया और मेरे आने के कुछ देर बाद, वो भी सोने के लिए आ गई। फिर सोने से पहले वो नाइटी लेकर बाथरूम में गयी और फिर नाइटी पहनकर बाहर आई और मेरे बगल में सो गयी, लेकिन मुझे नींद नहीं आ रही थी। पिछले 5-6 महीने से जिस औरत के बारे में सोचकर में हर रोज़ मुठ मारता था, वो मेरे बगल में सोई थी। फिर करीब 1 घंटे तक में चुपचाप बेड पर पड़ा रहा, फिर मेरी नज़र माँ की तरफ गयी। रूम में नाईट बल्ब जल रहा था और वो गहरी नींद मे सो रही थी और सांस के साथ उसकी पहाड़ जैसी चूचीयाँ ऊपर नीचे हो रही थी।
अब यह सीन देखकर मुझसे कंट्रोल नहीं हुआ और मैंने धीरे से उसकी चूची के ऊपर अपना हाथ रख दिया और हल्के हाथ से दबाने लगा, उसकी चूची गजब की बड़ी थी। फिर कुछ देर तक इसी तरह से दबाता रहा, फिर अचानक से माँ हिली तो में डर गया और हाथ हटाकर सोने का नाटक करने लगा। फिर वो दूसरी तरफ करवट लेकर सो गयी, अब उसकी गांड मेरी तरफ थी में कुछ देर तक चुपचाप पड़ा रहा। फिर मुझे लगा कि वो गहरी नींद में सो रही है, तो फिर में धीरे-धीरे उसकी नाइटी को ऊपर करने लगा और कमर तक ले आया, वो पेंटी नहीं पहने थी इसलिए उसकी बड़ी सी गांड मेरे सामने आ गई। फिर मैंने अपने शॉर्ट्स को नीचे किया और अपना लंड बाहर निकाला जो कि पूरी तरह से खड़ा था। फिर में लंड को उसकी बड़ी सी गांड के बीच में लगाकर रगड़ने लगा। फिर कुछ देर तक ऐसा करने के बाद वो हुआ जो मैंने सोचा भी नहीं था, वो बोली-शशश, आह्ह्ह्ह, सिर्फ़ रगड़ता रहेगा या डालेगा भी। में यह सुनकर हैरान हो गया, इससे पहले कि में कुछ करता या बोलता, वो सीधी हुई और मुझे अपनी बाहों में खींचकर मेरे होठों को चूसने लगी। करीब 2 मिनट तक होंठ चूसने के बाद वो मुझसे अलग हुई और बोली की लाईट जला दे, फिर मैंने ऐसा ही किया जब में लाईट जलाकर वापस आया, तो वो हँसते हुए बोली।
माँ – तू तो बड़ा बदमाश हो गया है।
में – बदमाश नहीं हुआ, लेकिन जवान हो गया हूँ।
माँ – जवान होने पर क्या कोई लड़का अपनी माँ की गांड पर लंड रगड़ता है?
में – नहीं।
माँ – फिर तूने ऐसा क्यों किया?
में – क्योंकि, दूसरे लड़को में और मुझमें फ़र्क है।
माँ – क्या फ़र्क है?
में – सबके पास तुम्हारी जैसी सेक्सी माँ नहीं होती है।
माँ – हट बदमाश, अपनी माँ को सेक्सी बोलता है।
में – तुम बहुत सेक्सी हो माँ, इसलिए अपने आप पर काबू नहीं रख सका, फिर माँ मुझे बाहों में लेती हुई बोली।
माँ – में तुझे बहुत सेक्सी लगती हूँ।
में – हाँ।
माँ – तुझे मुझमें क्या अच्छा लगता है?
में – तुम तो ऊपर से ले कर नीचे तक अच्छी हो, लेकिन मुझे तुम्हारी बड़ी सी चूची और तुम्हारी बड़ी गांड बहुत ज़्यादा पसंद है।
माँ – मेरा दूध पियेगा।
में – हाँ, इतना कहकर माँ ने अपनी नाइटी को उतार दिया। अब वो पूरी तरह से नंगी थी।
माँ – आ जा मेरा राजा बेटा, दूध पी ले, अब में उसकी एक चूची को मुँह में लेकर चूसने लगा और एक को दबाने लगा, उसके मुँह से मादक सिसकियाँ निकलने लगी थी। फिर काफ़ी देर तक में उसकी चूची को चूसता रहा और दबाता रहा, फिर वो बोली।
माँ – सिर्फ़ मेरा ही चूसता रहेगा या मुझे भी कुछ चूसने के लिए देगा, में समझ गया कि, वो मेरा लंड चूसना चाहती है। फिर में बेड पर लेट गया और वो मेरी टाँगो के बीच में आ गई और बड़े प्यार से पहले मेरा लंड सहलाने लगी, फिर मुँह में लेकर मेरा लंड चूसने लगी में तो जन्नत में सैर कर रहा था। फिर कुछ देर के बाद मुझे लगा कि में झड़ने वाला हूँ तो मैंने बोला कि..
में – माँ में झड़ने वाला हूँ।
माँ – मेरे मुँह में ही झड़ जा मुझे इसका स्वाद बहुत पसंद है।
फिर में उसके मुँह में ही झड़ गया और वो मेरा सारा पानी पी गयी। फिर वो उठकर बाथरूम गयी और अपना चेहरा धोकर आई और मुझे बाहों में लेकर बोली।
माँ – कैसा लग रहा है?
में – बहुत अच्छा माँ।
माँ – लेकिन, मेरा तो कुछ हुआ ही नहीं, मुझे भी तो थोड़ी शांति दे, बड़ी गर्मी छा हुई है।
फिर में उसे बाहों में लेकर उसके रसीले होंठ चूसने लगा और उसकी चूची दबाने लगा। फिर धीरे-धीरे नीचे की तरफ़ बढ़ने लगा, फिर उसके पूरे बदन को चूमते चाटते हुए में उसकी चूत तक पहुँचा। फिर पहले उसकी चूत में उंगली डालकर चोदने लगा, फिर उसके बाद उसकी चूत को जीभ से चूसने लगा, फिर काफ़ी देर तक ऐसा करने के बाद वो बोली।
माँ – अब रहा नहीं जाता, चोद डाल मुझे।
में – माँ में तेरी गांड का दिवाना हूँ, में सबसे पहले तेरी गांड मारना चाहता हूँ।
माँ – मार लेना में हर रोज़ तुझसे गांड मरवाऊंगी, लेकिन अभी तू मेरी चूत चोद, इसमें गजब की खुजली मची है।
फिर मैंने माँ की बात मानते हुए उसकी चूत पर अपना लंड लगाया और एक ज़ोर का धक्का मारा। मेरी रांड माँ इतने लंड ले चुकी थी कि एक बार में ही मेरा पूरा लंड उसकी चूत में चला गया।
माँ – आह्ह्ह्ह मेरे राजा, चोद डाल मुझे, ज़ोर से चोद, मेरी बहुत प्यासी चूत है, आह्ह्ह्ह मेरे मादरचोद बेटे, चोद दे अपनी माँ की चूत को, उसकी बातें सुनकर मुझे जोश आ गया और मैंने अपनी रफ़्तार बड़ा दी और उसे तेज़ी से चोदने लगा।
माँ – बहुत मज़ा आ रहा है, गजब का लंड है तेरा, मुझे पता होता कि तेरा लंड इतना मजबूत है तो में अब तक बहुत बार तुझसे चुदवा लेती, ज़ोर से चोद मादरचोद, फाड़ दे अपनी रंडी माँ की चूत को।
वो इसी तरह जोश में आकर बोले जा रही थी और में उसे चोदे जा रहा था, फिर 15 मिनट के बाद, वो बोली।
माँ – अबे मादरचोद तू इंसान है या सांड, इतनी देर से चोदे जा रहा है में 3 बार झड़ चुकी हूँ, लेकिन तू एक बार भी नहीं झड़ा, साले रंडी की औलाद जल्दी से झाड़ दे मेरी चूत में, बहुत दर्द हो रहा है।
में – साली कुत्तिया तू माल ही ऐसी है कि तुझे पूरी रात कोई भी चोद सकता है और जब चूत में इतनी खुजली है तो धंधा क्यों नहीं कर लेती? अच्छे पैसे कमा लेगी साली।
माँ – मुझे धंधे पर बैठा देगा, तो खुद क्या करेगा? मुठ मार कर गुजारा करेगा क्या?
में – सबसे पहले तो में तुझे चोदूंगा, फिर कोई और इतनी देर में मुझे लगा कि में अब झड़ने वाला हूँ, तो में माँ से बोला कि झड़ने वाला हूँ, बोल मेरी कुत्तिया, रंडी, चुदक्कड माँ, में कहाँ डालूं?
माँ – झड़ जा मादरचोद मेरी चूत में, कोई प्रोब्लम नहीं है, तेरे पैदा होने के बाद ही मैंने अपनी चूत का ऑपरेशन करवा लिया था। फिर कुछ देर में में झड़ गया। फिर कुछ देर तक हम दोनों ऐसे ही पड़े रहे, फिर रात में मैंने अपनी माँ की गांड भी मारी ।।
धन्यवाद …