कमल ने अपनी मुम्मी को चुदाई सेक्स कहानियां
#1
hi to every one! मैं इस सिते कि कहनि को पधने वला परमनेनत रेअदेर हु। कमल ने इस सिते के बहुत सरे कहनियो को पधे है। मुझे सरि कहनिया बहुत हि अछि लगति है। उनहि कहनियो से इनसपिरे होके मैं आज अपके लिये एक कहनि लिखने जा रहा हु। लेकिन इस्से पहले कि मैं ये कहनि सुरु करु मैं अपका परिचय उन दोनो लोगो से करा दु जिसके बरे मे लिखने जा रहा हु। मैं एक सधरन फ़मिलि का लदका हु। मेरे परिवर मे मेरे और मेरे मुम्मी और मेरे दैदी के अलवा और कोयि नहि है। मेरे दैदी हम दोनो से दुर रहते है। घर मे मैं और मेरि मुम्मी दो लोग हि रहते है। मेरि मुम्मी जिनकि उमर अब चलिस साल कि है एक बेहद हि खुबसुरत और कफ़ि अकरसक महिला है।

उनका रनग गोरा और चेहरा इतना सुनदर है कि जो भि उनको देखता है बस देखता हि रह जता है। दुसरे तरफ़ मेरे दुर के एक रिसते दर है जो कि फ़ौरेन मे रहते है वो कभि कभि घर अते है। अब मैं अपको उस दिन के कहनि को बतने जा रहा हु। मैं उन दिनो मुम्मी के सथ एक चोते से सहर मे रहता था। उन दिनो हमे पैसे कि थोदि सि परेसनि रहति थि। एक दिन जब मैं पधने के लिये सलस्स मे गया तो तेअचेर ने मुझे फ़िश लने के लिये बोला। घर मे अया तो कमल ने मुम्मी से फ़िश के बरे मे बोला तो मुम्मी बोलि कि अभि थोदे दिन के बाद हि पैसे का बयवसथा हो पयेगा। उस दिन कमल अये हुये थे। वो हमरि बरे सुन रहे थे। रात मे जब खना खने के बाद मैं अपने रूम मे गया तो अपने बगल वले रूम मे कुछ बते होते हुये सुना। मैं समझ गया कि वो अवाज मेरि मुम्मी और कमल कि है। कमल ने धयन से सुना तो पया कि कमल मुम्मी से कह रहे थे कि अगर तुमहे पैसा चहिये तो गुएसत रूम मे निरवसत्रा हो के आजओ। इतना कहने के बाद कमल अब मुम्मी के कमरे से निकल के गुइसत रूम मे चले गये।

उनके जाने के बाद कमल ने मुम्मी को अपने सरे कपदे उतरते हुये देखा तो समझ गया कि आज कि रात मुम्मी उनके सथ बितयेनगि। मुम्मी अपने सरे कपदे उतरने के बाद गुइसत रूम मे चलि गयि। जब मुम्मी गुइसत रूम मे गयि उस समय कमल बाथ रूम मे गये हुये थे। मुम्मी रूम मे जके खदि हो गयि। तभि कमल बाथ रूम से निकले। उस समय वो भि पुरि तरह से निरवसत्रा थे।जब कमल ने उनके लुनद को देखा तो उसकि लमबै को देख के मैं समझ गया कि उसकि लमबै सधे सत से अथ इनच कि होगि।कमल का लुनद पुरि तरह से तना हुअ था।कमल मुम्मी के पिछे अके खदे हो गये। मुम्मी के पास खदे होने के बाद कमल ने मुम्मी के गनद पर एक हथ को रखते हुये सहलया। इसके बाद वो मुम्मी के गनद से अपने लुनद को सता दिया और एक जोर से झतका मरा तो मुम्मी के मुह से जोर से अवज निकलि जो कि मेरे कन तक पहुचने के लिये कफ़ि थि। कमल ने एक हथ से मुम्मी के कमर को पकद लिया और अपने कमर को हिलने लगे। अब कमल ने अपने कमर को हिलते हुये मुम्मी से पुछा कि सेक्स किये हुये कितने दिन हुये तो मुम्मी ने कहरते हुये बतया कि तिन साल। इतना सुन के कमल ने एक जोर का झतका मारा तो मुम्मी जैसे उचल पदि। मुम्मी ने कमल से कहरते हुये धिरे धिरे झतके मरने के लिये बोला। लेकिन उनके इस बात का कमल पर कोइ भि असर नहि पदा और वो मुम्मी को वैसे हि पेलते रहे। वैसे तो वो अपने कमर को जोर जोर से हि हिला रहे थे। लेकिन जब अपने कमर को थोदा और तेजि से झतका लगते तो मुम्मी कि हलत देखने मे बनति थि।

कुछ देर के बाद कमल ने मुम्मु को दरेसिनग तबले के समने खदा कर दिया और मुम्मी के चुद को देख देख के पेलने लगे। मुम्मी के चुद पर अपने हथ रखने के बाद वो मुम्मी को वैसे हि झतके लगते रहे और मुम्मी के गनद मे अपने पुरे लुनद को घुसा दिया। अब उनका पुरा लुनद मुम्मी के गनद मे चला गया था। कुछ देर तक उसि तरह से झतका लगने के बाद कमल ने देखा कि उनके कमर का सपीद बधने लगा तो मैं समझ गया कि उनका सबब अब अनतिम पोसिसिओन पर था। मेरा सोचना बिलकुल हि सहि था। कयोकि कुछ देर के बाद कमल मुम्मी के कनधे पर अपने सर रख के सनत पद गये। कुछ देर तक वैसे खदे रहने के बाद कमल ने अपने लुनद को मुम्मी के गनद से निकल दिया। अब मुम्मी बथरूम मे चलि गयि। कमल भि उनके पिछे चले गये। कुछ देर के बाद जब दोनो बहर निकले तो कमल ने देखा कि मुम्मी ने कमल के लुनद को अपने एक हथ से पकद रखा था। रूम मे अने के बाद कमल ने देखा कि कमल बेद पर बैथ गये।अब को इसरे से लुनद को चतने के लिये बोले। मुम्मी फ़रस पर बैथ गयि और कमल के लुनद को अपने मुह मे लेके चतने लगि।कमल मुमी के चुचि को अपने हथ मे ले के धिरे धिरे दबने लगे। लगभग पच मिनुत के बाद जब कमल पुरि तरह से गरम हो गये तो मुम्मी को लुनद को छोदने के लिये बोला। मुम्मी ने जब लुनद को मुह से निकला तो कमल ने देखा कि कमल का लुनद पुरि तरह से तन चुका था। अब कमल का लुनद मुम्मी के चुद मे जने के लिये पुरि तरह से तैया हो चुका था। अब कमल ने मुम्मी को बेद पर लेतने के लिये बोला। मुम्मी बेद पर लेत गयि।

कमल ने मुम्मी के चुद के बलो को सहलना सुरु किया। मुम्मी ने अपने अखे बनद कर लिया और जोर जोर से सासे खिचने लगि। इसके बाद कमल ने मुम्मी के चुद को अपने दोनो हथो से फ़ैलया और बोले ये तो बहुत हि सखत है। जैसे कि अभि तो बिलकुल हि कुवरि है। अब वो पस्स के अलमिरे से सरसो के तेल के दिबे को लके पस्स के तबले पर रख दिया। अब कमल ने मुम्मी के चुद पर तेल लगने लगे। मुम्मी के चुद पर तेल लगने के बाद अपने लुनद पर तेल लगया। इसके बाद कमल मुम्मी के जनघ पर बैथ गये। अब उनके लिये बरदसत करना जैसे मुसकिल हो रहा था। कमल ने अपने लुनद को एक हथ से पकद के मुम्मी के चुद पर सतया और दुसरे हथ से मुम्मी के चुद को फ़ैलया। कमल ने अपने लुनद को मुम्मी के चुद के होले पे रख के अपने कमर को हलका सा अगे के तरफ़ पुश किया तो मुम्मी के मुह से हलकि सि सिसकि निकलि। मैं समझा कि मुम्मी के चुद मे उनका लुनद का फ़रुनत पोरतिओन चला गया होगा। लेकिन ऐसा नहि था। मुम्मी कि चुद कमल के लुनद के लिये छोति थि। अब कमल ने मुम्मी के दोनो पैरो को फ़ोलद कर के फ़ैला दिया और दोनो पैरो के बिच मे अगये। अब मुम्मी के चुद पर अपने लुनद को सता के रगदने लगे। दो मिनुत तक ऐसा करने से मुम्मी धिरे धिरे गरम होने लगि और तेज ससे लेने लगि। कुछ देर के बद मुम्मी ने अपने चुद को अपने दोनो हथो से फ़ैला दिया और राज को लुनद को घुसने के लिये बोलि। कमल ने अपने लुनद को मुम्मी के चुद के छेद पर रख के जोर से झतका मरा तो मुम्मी अपने जगह से दो इनच उपर घसक गयि। कमल ने धयन से देखा तो पया कि कमल का लुनद मुम्मी मे चला गया था। अब कमल अपने कमर को धिरे धिरे हिलने लगे और मुम्मी उनके हर झतके के साथ हिलने लगि।

अब कमल मुम्मी के उपर लेत गये और दोनो एक दुसरे को अपने बहो मे कस लिया। कमल ने मुम्मी के गल पर एक पुप्पी लिया और एक जोर का झतका मरा तो मुम्मी कहर उथि। कमल ने पुछा दरद कर रहा है।तो मुम्मी ने कहरते हुये जबब दिअ हाआआआआऔऊऊऊऊऊऊऊ आआआह्हह्हह्हह्हह्हह्हह अब कमल ने मुमी के दोनो कलै को पकद के एक जोर से झतका मरा तो मुम्मी तो जैसे पुरि तरह से कप गयि। अब कमल ने मुम्मी के चुचिओ को मुह से पकद के धिरे धिरे पिने लगे और अपने कमर को धिरे धिरे हिलने लगे। मुम्मी अब पुरे मसति के सथ अहे भरने लगि। अब कमल ने देखा को कमल अपने दनदे को मुम्मी के अनदर ले जने के लिये जोर जोर से दो तिन झतका मरे तो मुम्मी पुरि तरह से कपते हुये आआआआआऔऊऊऊऊऊऊऊउ आआआआआआह्हह्हह्ह उआआआआआआआ आआआआऐईईईईईइ औआआआआआआआआआआ नह्हह्हीई आआआआआज्जज्जज्जज्जज्जज्जज्जजुफ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़ आआआआआऔऊऊऊऊऊऊऊउ आआआआआआह्हह्हह्ह उआआआआआआआ आआआआऐईईईईईइ औआआआआआआआआआआ नह्हह्हीई आआआआआज्जज्जज्जज्जज्जज्जज्जजुफ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़ कि अवज निकल रहि थि और उधर कमल अपने कमर को जोर जोर से हिला रहे थे।

तभि मुम्मी ने बोला थोदा धिरे धिरे अनदर दलिये आआअह्हह्हह्हह्हह्हह्हह्हह्हह्हह ऊऊह्हह्हह्हह्हह्हह्हह्हह्ह आआअह्हह्हह्हह्हह्हह्हह्हह्हह्ह। अब कमल ने मुम्मी को बोला कि अभि तो अधा हि अनदर गया है। आज तो कुवरपन को खतम करना है। पिछले दो साल से तो कुवरि रहि है ये चुद। ये कहते हुये कमल ने जोर जोर से तिन चर झतके लगये तो मुम्मी आआआआआऔऊऊऊऊऊऊऊउ आआआआआआह्हह्हह्ह उआआआआआआआ आआआआऐईईईईईइ औआआआआआआआआआआ नह्हह्हीई आआआआआज्जज्जज्जज्जज्जज्जज्जजुफ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़ आआआआआऔऊऊऊऊऊऊऊउ आआआआआआह्हह्हह्ह उआआआआआआआ आआआआऐईईईईईइ औआआआआआआआआआआ नह्हह्हीई आआआआआज्जज्जज्जज्जज्जज्जज्जजुफ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़ कि अवज के साथ जैसे धिमि अवज मे चिख पदि। कमल ने अपने लुनद को थोदा बहर निकल दिया और मुम्मी के दोनो चुचिओ को फ़िर से मसलना सुरु कर दिया कुछ देर के बाद कमल ने अपने कमर को जोर जोर से हिलना सुरु कर दिया और मुम्मी के आआआआआआआआआआआअह्हह्हह्हह्हह ऊऊऊओह्हह्हह्हह्हह्हह्हह के अवज के जब कमल ने देखा कि रुकने वला नहि है तो अपने होथो को मुम्मी के होथो को कस लिया और जोर जोर से झतके मरने लगा

तब मुम्मी अपने होतो को अजद करते हुये पुछा कि और कितना बहर है रजन। कमल ने बोला कि थोदा है दल दु पुरा तो वो हमि मे अपने सर को हिलया कमल ने अपने कमर को जोर के झतके के साथ अपने लुनद को पुरा अनदर कर दिया। कुछ देर तक जोर के झतके मरने के बाद कमल ने जब फ़ील किया कि मेरा सपुरम उसके चुद मे जने वला है तो कमल ने एक तरफ़ से मुम्मी के चुचिओ को जोर से मसलना सुरु किया तो दुसरे तरफ़ मुम्मी के होतो को चुसना सुरु किया। अब वो भि कमल के सुर के साथ अपना ताल मिलने लगि थि। कमल ने पुछा मजा अ रहा है तो मुम्मी ने सर हिलया। कुछ देर के बाद कमल का सपुरम मुम्मी के चुद को गिला करने लगा तो मुम्मी इ लोवीईईईईईईए ऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊउ आआआआअह्हह्हह्हह्हह्हह्हह्हह्हह्हह्हह्हह्हह्हह्हह्हह ईईईईईईलूऊऊऊव्वीईईईईईईऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊउ कर के अपने दोनो हनथो को कमल के पिथ पर रगरते हुए पुरि तरह से कमल के अगोश मे आ गयि।

कुछ देर तक वैसे हि पदे रहने के बाद कमल ने उथ के अपने लुनद को निकला उसमे बलुद लगा हुअ था। कमल ने मुम्मी कि चुद को देखा तो वो कफ़ि फ़ुल चुकि थि। मुम्मी चुप चप कुछ देर तक वैसे हि लेति रहि और तब उथ के अपने कपदे को पहन के बाथ रूम मे गयि वहा पेसब करने के बाद वो जब बाहर ऐ तो मुसकुरते हुए कमल के तरफ़ देखति रहि।
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