09-21-2016, 04:02 PM
फिर भैया उनकी चूत के दाने को रगड़ने लगे, जिससे भाभी दुबारा झड़ गईं।
भाभी की कुंवारी चूत
अब भैया, भाभी की दोनों टांगों के बीच में आ गए और अपना लण्ड उनकी चूत में डालने लगे।
जैसे ही उन्होंने धक्का लगाया.. तो उनका लण्ड फिसल गया क्योंकि भाभी की चूत एकदम कुँवारी थी।
भैया उठे और उन्होंने तेल की शीशी उठाई और काफ़ी सारा तेल अपने लण्ड और चूत पर लगाया। भैया ने भाभी के चूतड़ के नीचे एक तकिया लगा दिया था.. जिससे चूत थोड़ी खुल कर ऊपर हो गई।
फिर भैया ने भाभी के होंठों को अपने होंठों के बीच दबा लिया और लण्ड को चूत के मुँह पर रखकर एक ज़ोर का धक्का मारा, तो भाभी की चीख निकल गई.. लेकिन होंठ दबे होने के कारण वो मुँह में ही दबकर रह गई।
दोस्तो, उनकी चूत वाकयी बहुत कसी हुई थी।
तभी भैया रुक गए और उनके निप्पल चूसने, काटने लगे.. लेकिन भाभी मछली की तरह तड़प रही थीं।
यह कहानी आप अन्तर्वासना डॉट कॉम पर पढ़ रहे हैं !
फिर जब भाभी सामान्य हुईं.. तो वो नीचे से अपनी गाण्ड हिलाने लगीं।
अब भैया ऊपर से धक्के लगाने लगे पूरा कमरा उन दोनों की सिसकारियों से गूँज रहा था।
भैया ने पूरे मस्ती से देर तक उन्हें लगातार चोदा, फिर वो दोनों एक साथ झड़ गए।
भैया ने अपना वीर्य उनकी चूत में ही छोड़ दिया ओर वो दोनों नंगे ही एक-दूसरे की बांहों में बाँहें डालकर लेट गए।
उस रात भैया ने भाभी को लगभग चार बार चोदा था। सुबह को भाभी की शक्ल बता रही थी कि इनकी ढंग से चुदाई हुई है।
इधर मेरा भी जॉकी में ही झड़ गया था। फिर सुबह को मैंने बाथरूम में जाकर अच्छे से मुठ मारी।
तो दोस्तो यह थी मेरे भैया-भाभी की सुहागरात की कहानी। आप सभी मुझे मेल करते रहिए।
भाभी की कुंवारी चूत
अब भैया, भाभी की दोनों टांगों के बीच में आ गए और अपना लण्ड उनकी चूत में डालने लगे।
जैसे ही उन्होंने धक्का लगाया.. तो उनका लण्ड फिसल गया क्योंकि भाभी की चूत एकदम कुँवारी थी।
भैया उठे और उन्होंने तेल की शीशी उठाई और काफ़ी सारा तेल अपने लण्ड और चूत पर लगाया। भैया ने भाभी के चूतड़ के नीचे एक तकिया लगा दिया था.. जिससे चूत थोड़ी खुल कर ऊपर हो गई।
फिर भैया ने भाभी के होंठों को अपने होंठों के बीच दबा लिया और लण्ड को चूत के मुँह पर रखकर एक ज़ोर का धक्का मारा, तो भाभी की चीख निकल गई.. लेकिन होंठ दबे होने के कारण वो मुँह में ही दबकर रह गई।
दोस्तो, उनकी चूत वाकयी बहुत कसी हुई थी।
तभी भैया रुक गए और उनके निप्पल चूसने, काटने लगे.. लेकिन भाभी मछली की तरह तड़प रही थीं।
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फिर जब भाभी सामान्य हुईं.. तो वो नीचे से अपनी गाण्ड हिलाने लगीं।
अब भैया ऊपर से धक्के लगाने लगे पूरा कमरा उन दोनों की सिसकारियों से गूँज रहा था।
भैया ने पूरे मस्ती से देर तक उन्हें लगातार चोदा, फिर वो दोनों एक साथ झड़ गए।
भैया ने अपना वीर्य उनकी चूत में ही छोड़ दिया ओर वो दोनों नंगे ही एक-दूसरे की बांहों में बाँहें डालकर लेट गए।
उस रात भैया ने भाभी को लगभग चार बार चोदा था। सुबह को भाभी की शक्ल बता रही थी कि इनकी ढंग से चुदाई हुई है।
इधर मेरा भी जॉकी में ही झड़ गया था। फिर सुबह को मैंने बाथरूम में जाकर अच्छे से मुठ मारी।
तो दोस्तो यह थी मेरे भैया-भाभी की सुहागरात की कहानी। आप सभी मुझे मेल करते रहिए।