[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]हाय दोस्तो ! कैसे हैं आप ![/font]
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]मैं संदीप दिल्ली से आप सभी ने मेरी कहानी "काम वाली की चूत" जरूर पढ़ी होगी।[/font]
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]मैं एक २० साल का नौजवान और कद में भी ठीक हूँ ६' १"[/font]
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]बात ऐसी है कि मेरी कहानी अन्तर्वासना पर आने के बाद मुझे काफी सारे ईमेल आने लगे। उन सभी ईमेल में से एक मेल में मुझे किसी लड़की ने अपना फ़ोन नम्बर और पता दिया हुआ था। इतना मिलते ही सरदार यानि की मैं बहुत ही खुश हुआ। मैंने उसे कॉल किया तो वो भी दिल्ली में ही रहनी वाली एक कुंवारी कन्या का निकला उसने अपनी उम्र २१ साल बताई और उसने मुझे एक सुझाव भी दिया था। मैंने उससे पूछा कि कैसा सुझाव तो वो कहने लगी कि कॉल बॉय का सुझाव। इतना सुनते ही मेरे लण्ड ने करवट बदली और सीधा होकर खड़ा हो गया। मैंने कहा कि मुझे क्या करना होगा तो बोली- वही जो करते हो और पैसे भी मिलेंगे।[/font]
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]मैं समझ चुका था कि मेरे लण्ड की बोली लगने के दिन आ चुके हैं। मैं बहुत उत्तेजित था यह सुन कर ![/font]
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]अगले दिन फिर मैंने उस कन्या से बात की तो उसने कहा की मैं उसके घर चला जाऊँ। तो फिर क्या था मैं गया, मैंने गेट पर बेल बजाई तो देखा एक बुढ़िया मेरे सामने आकर गेट खोल रही थी। बुढ़िया देख कर मेरी भी गांड फटने लगी। मैंने झूठ से ही कह दिया कि मैडम हैं घर पर?[/font]
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]तो वो बोली- हाँ ![/font]
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]और मेरा तुक्का भी ठीक लगा वो बुढ़िया उसके यहाँ काम करती थी. मैं अन्दर गया और उस कन्या से मिला, हाथ भी मिलाया। फिर हम दोनों एक कमरे में जाने लगे।[/font]
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]मैं काफी बेचैन था।[/font]
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]उस ने बताया कि मैं दिखने में और इस लाइन में काफी ठीक रहूँगा। तो मैंने पूछा कि किस लाइन में?[/font]
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]उस ने हंस कर कहा कि कॉल बॉय के काम में ![/font]
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]मैं भी हंसा और फिर मैंने हामी भर दी। फिर उसने मुझे सभी बातें बताई पैसे की कि इस लाइन में पैसे भी मिलते हैं ![/font]
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]मैंने कहा ओके।[/font]
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]फिर साली को क्या हुआ- उसने मेरा हाथ पकड़ कर एक प्यारी सी किस दी।[/font]
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]जैसा मने पहले भी कहा था कि मुझे ज्यादा तजुर्बा नहीं है इन सभी में, यह मेरा दूसरा अवसर था सेक्स का।[/font]
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]उसने मुझे अपने पास बुलाकर किस करने को कहा। मैंने उसे किस किस में ही नंगा कर दिया और उस बहन की लोड़ी ने भी मुझे नंगा कर दिया। मैंने उसके बूब्स देखे तो मैं फिर देखता ही रह गया था उसने उन पर कुछ लगाया हुआ था। मैंने धीरे धीरे उन्हें सहलाना सुरु किया वाह क्या मजा आ रहा था साली को बहुत ही एक्सप. था इन सब बातों का। वो मेरे लण्ड को चूसने लगी और आगे पीछे करने लगी। ऐसा करने से मेरे अन्दर ४४० वोल्ट का झटका लगा और मैं उस के मुह में ही झड़ गया।[/font]
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]फिर साली ने कहा कि अब मेरी बारी है एसा करने की ![/font]
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]मैंने उसकी कम बाल वाली चूत को चाटना शुरू ही किया था कि उस ने कहा- वह स्वर्ग का आनंद ले रही है।[/font]
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]मैंने उसे चाट चाट कर साफ कर दिया था और दो बार जान बूझकर काटा भी था।[/font]
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]उसके बूब्स हिल हिल कर मेरे लण्ड को मजा दे रहे थे। मैंने उन्हें हाथों में पकड़ रखा था, क्या माल थी साली वो ![/font]
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]फिर हम दोनों ६९ की पोसिशन में होगये और किस करते रहे।[/font]
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]२० मिनट बाद मैंने उसकी चूत को ऊपर उठाया और लण्ड के सामने लगाकर बोली लगाई, लण्ड का जवाब था १२००/-[/font]
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]मैंने कहा- चलेगा?[/font]
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]तो वो बोली- ठीक है।[/font]
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]फिर क्या था ! साली में मैंने पेल दिया अपना लण्ड ![/font]
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]एक बार तो वो ऐसे चिल्लाई कि जैसे गरम गरम मशाल दे दी हो चूत में और थोडी देर बाद ऐसे चुदवाने लगी कि मानो बर्फ़ वाले लण्ड पर चुद रही हो्। फिर क्या था धक्के पर धक्के लग रहे थे उसका बेड भी आवाज कर रहा कि उसे माफ कर दो।[/font]
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]फिर २५-३० मिनट बाद मैं झड़ा। इस बीच वो शायद कम से कम ३ या ४ बार झड़ चुकी थी।[/font]
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]फिर उसने मुझे पैसे दिए और धन्यवाद कहा।[/font]
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]मैंने कहा- यू आर वेलकम और हंस पड़ा। यह मेरी पहली बोनी हुई थी।[/font]
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]और तब से मैं एक काल-बॉय हूँ ![/font]
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]तो यारो कृपया मुझे लिखिए कि मेरी कहानी कैसी लगी[/font]
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]मैं संदीप दिल्ली से आप सभी ने मेरी कहानी "काम वाली की चूत" जरूर पढ़ी होगी।[/font]
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]मैं एक २० साल का नौजवान और कद में भी ठीक हूँ ६' १"[/font]
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]बात ऐसी है कि मेरी कहानी अन्तर्वासना पर आने के बाद मुझे काफी सारे ईमेल आने लगे। उन सभी ईमेल में से एक मेल में मुझे किसी लड़की ने अपना फ़ोन नम्बर और पता दिया हुआ था। इतना मिलते ही सरदार यानि की मैं बहुत ही खुश हुआ। मैंने उसे कॉल किया तो वो भी दिल्ली में ही रहनी वाली एक कुंवारी कन्या का निकला उसने अपनी उम्र २१ साल बताई और उसने मुझे एक सुझाव भी दिया था। मैंने उससे पूछा कि कैसा सुझाव तो वो कहने लगी कि कॉल बॉय का सुझाव। इतना सुनते ही मेरे लण्ड ने करवट बदली और सीधा होकर खड़ा हो गया। मैंने कहा कि मुझे क्या करना होगा तो बोली- वही जो करते हो और पैसे भी मिलेंगे।[/font]
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]मैं समझ चुका था कि मेरे लण्ड की बोली लगने के दिन आ चुके हैं। मैं बहुत उत्तेजित था यह सुन कर ![/font]
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]अगले दिन फिर मैंने उस कन्या से बात की तो उसने कहा की मैं उसके घर चला जाऊँ। तो फिर क्या था मैं गया, मैंने गेट पर बेल बजाई तो देखा एक बुढ़िया मेरे सामने आकर गेट खोल रही थी। बुढ़िया देख कर मेरी भी गांड फटने लगी। मैंने झूठ से ही कह दिया कि मैडम हैं घर पर?[/font]
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]तो वो बोली- हाँ ![/font]
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]और मेरा तुक्का भी ठीक लगा वो बुढ़िया उसके यहाँ काम करती थी. मैं अन्दर गया और उस कन्या से मिला, हाथ भी मिलाया। फिर हम दोनों एक कमरे में जाने लगे।[/font]
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]मैं काफी बेचैन था।[/font]
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]उस ने बताया कि मैं दिखने में और इस लाइन में काफी ठीक रहूँगा। तो मैंने पूछा कि किस लाइन में?[/font]
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]उस ने हंस कर कहा कि कॉल बॉय के काम में ![/font]
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]मैं भी हंसा और फिर मैंने हामी भर दी। फिर उसने मुझे सभी बातें बताई पैसे की कि इस लाइन में पैसे भी मिलते हैं ![/font]
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]मैंने कहा ओके।[/font]
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]फिर साली को क्या हुआ- उसने मेरा हाथ पकड़ कर एक प्यारी सी किस दी।[/font]
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]जैसा मने पहले भी कहा था कि मुझे ज्यादा तजुर्बा नहीं है इन सभी में, यह मेरा दूसरा अवसर था सेक्स का।[/font]
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]उसने मुझे अपने पास बुलाकर किस करने को कहा। मैंने उसे किस किस में ही नंगा कर दिया और उस बहन की लोड़ी ने भी मुझे नंगा कर दिया। मैंने उसके बूब्स देखे तो मैं फिर देखता ही रह गया था उसने उन पर कुछ लगाया हुआ था। मैंने धीरे धीरे उन्हें सहलाना सुरु किया वाह क्या मजा आ रहा था साली को बहुत ही एक्सप. था इन सब बातों का। वो मेरे लण्ड को चूसने लगी और आगे पीछे करने लगी। ऐसा करने से मेरे अन्दर ४४० वोल्ट का झटका लगा और मैं उस के मुह में ही झड़ गया।[/font]
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]फिर साली ने कहा कि अब मेरी बारी है एसा करने की ![/font]
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]मैंने उसकी कम बाल वाली चूत को चाटना शुरू ही किया था कि उस ने कहा- वह स्वर्ग का आनंद ले रही है।[/font]
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]मैंने उसे चाट चाट कर साफ कर दिया था और दो बार जान बूझकर काटा भी था।[/font]
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]उसके बूब्स हिल हिल कर मेरे लण्ड को मजा दे रहे थे। मैंने उन्हें हाथों में पकड़ रखा था, क्या माल थी साली वो ![/font]
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]फिर हम दोनों ६९ की पोसिशन में होगये और किस करते रहे।[/font]
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]२० मिनट बाद मैंने उसकी चूत को ऊपर उठाया और लण्ड के सामने लगाकर बोली लगाई, लण्ड का जवाब था १२००/-[/font]
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]मैंने कहा- चलेगा?[/font]
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]तो वो बोली- ठीक है।[/font]
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]फिर क्या था ! साली में मैंने पेल दिया अपना लण्ड ![/font]
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]एक बार तो वो ऐसे चिल्लाई कि जैसे गरम गरम मशाल दे दी हो चूत में और थोडी देर बाद ऐसे चुदवाने लगी कि मानो बर्फ़ वाले लण्ड पर चुद रही हो्। फिर क्या था धक्के पर धक्के लग रहे थे उसका बेड भी आवाज कर रहा कि उसे माफ कर दो।[/font]
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]फिर २५-३० मिनट बाद मैं झड़ा। इस बीच वो शायद कम से कम ३ या ४ बार झड़ चुकी थी।[/font]
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]फिर उसने मुझे पैसे दिए और धन्यवाद कहा।[/font]
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]मैंने कहा- यू आर वेलकम और हंस पड़ा। यह मेरी पहली बोनी हुई थी।[/font]
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]और तब से मैं एक काल-बॉय हूँ ![/font]
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]तो यारो कृपया मुझे लिखिए कि मेरी कहानी कैसी लगी[/font]